Puneet Dhiman Success Story: क्या आपने कभी सोचा है कि कोई इंसान अपनी आरामदायक और हाई-पेइंग नौकरी को छोड़कर शून्य से शुरुआत करे और कुछ ही वर्षों में एक करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दे?
Puneet Dhiman Success Story
यह कहानी है पुणीत धिमान की (Puneet Dhiman Success Story) – एक ऐसे भारतीय युवा की, जिन्होंने गूगल जैसी दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी को अलविदा कहा, और एक ऐसा स्टार्टअप शुरू किया जो आज हजारों छात्रों की जिंदगी बदल रहा है। यह सिर्फ एक स्टार्टअप की कहानी नहीं, बल्कि जुनून, आत्मविश्वास और समाज में बदलाव लाने की गहरी इच्छा की Real Story है।
कौन हैं पुनीत धीमान?
पुनीत धीमान एक भारतीय इंजीनियर और एंटरप्रेन्योर हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से पूरी की और पढ़ाई के दौरान ही तकनीकी दुनिया में गहरी रुचि दिखाई। टेक्नोलॉजी, प्रॉडक्ट डिजाइन और यूज़र एक्सपीरियंस में उनकी गहरी समझ ने उन्हें गूगल जैसी प्रतिष्ठित कंपनी तक पहुंचाया।
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लेकिन वहां पहुंचने के बाद भी उनके भीतर एक खालीपन था – वह कुछ ऐसा करना चाहते थे जिससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आए। एक ऐसा काम जो सिर्फ उन्हें संतुष्टि न दे, बल्कि हजारों लोगों को अवसर भी दे।
गूगल की नौकरी छोड़ने का बड़ा फैसला
गूगल में काम करना हर इंजीनियर का सपना होता है – शानदार सैलरी, वर्ल्ड-क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्लोबल टैलेंट के साथ काम करने का मौका। लेकिन पुनीत धीमान ने इस सपने को पीछे छोड़कर एक बड़ा कदम उठाया।
उन्होंने महसूस किया कि देश में लाखों युवा हैं जिनमें टैलेंट है, लेकिन उनके पास सही मार्गदर्शन या संसाधन नहीं हैं। खासकर ऐसे छात्र जो छोटे शहरों से आते हैं, वे महंगे कोडिंग कोर्सेज या विदेशी सर्टिफिकेशन नहीं ले सकते। यही से उन्हें गूगल छोड़ने और Masai School की शुरुआत करने की प्रेरणा मिली
Masai School की शुरुआत – एक क्रांतिकारी पहल
Masai School की स्थापना पुनीत ने 2019 में की थी। इसका उद्देश्य था – ऐसे छात्रों को टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग देना जो आर्थिक रूप से मजबूत नहीं हैं, लेकिन सीखने और आगे बढ़ने की तीव्र इच्छा रखते हैं।
इस स्कूल की सबसे खास बात थी इसका Income Share Agreement (ISA) मॉडल। इस मॉडल के तहत छात्रों से तब तक कोई फीस नहीं ली जाती, जब तक वे नौकरी न पा लें और एक निश्चित आय स्तर तक न पहुंच जाएं।
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यह मॉडल भारत में नई सोच लेकर आया। अब छात्र कोडिंग और टेक्नोलॉजी में करियर बना सकते थे बिना भारी फीस के डर के। Masai School ने स्किल्स को केंद्र में रखा, डिग्री या बैकग्राउंड को नहीं।
आज स्टूडेंट्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही होती है की कही से महँगी फीस देकर कोर्स तो कर ले लेकिन जॉब की गारंटी कही नहीं थी। ऐसे में इन्होने एक ऐसे प्रॉब्लम को ढूंढा और उसका सलूशन दिया जिसपर कोई काम नहीं कर रह था।
Masai School में आपको तबतक पैसा नहीं देना होता है जबतक की आपकी नौकरी नहीं लग जाती, और नौकरी के बाद भी आपको ये पैसा धीरे धीरे सैलरी के शेयर में से देना रहता है ऐसे में ये बहुत ही आसान प्रोसेस से फीस पेमेंट हो जाता है।
सफलता की ऊंचाइयों की ओर
शुरुआत में शायद कुछ लोगों ने इस मॉडल को लेकर संदेह जताया, लेकिन Masai School की सफलता ने सबको चौंका दिया। कुछ ही महीनों में सैकड़ों छात्रों ने यहां से कोर्स पूरा कर मल्टीनेशनल कंपनियों में अच्छी नौकरियां हासिल कीं।
Masai School को जल्द ही कई बड़े इन्वेस्टर्स ने सपोर्ट करना शुरू किया। Sequoia Capital, Omidyar Network जैसे नामी निवेशकों ने इसमें करोड़ों का निवेश किया।
आज Masai School करोड़ों की वैल्यूएशन वाली कंपनी बन चुकी है। भारत के कोने-कोने से छात्र यहां आकर अपना करियर बना रहे हैं।
पुनीत धीमान का विज़न
पुनीत धीमान का मानना है कि भारत में स्किल्स को डिग्री से ऊपर रखा जाना चाहिए। उनके अनुसार, “अगर किसी में सीखने की जिज्ञासा है और मेहनत करने का जज़्बा है, तो वह किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकता है चाहे उसका बैकग्राउंड कुछ भी हो।”
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उनका सपना है कि Masai School भारत का सबसे भरोसेमंद स्किल डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म बने, जहां लाखों युवाओं को बिना किसी वित्तीय बोझ के भविष्य संवारने का मौका मिले।
क्या सीख सकते हैं हम पुनीत धीमान से?
जोखिम उठाने की हिम्मत: गूगल जैसी सुरक्षित नौकरी छोड़कर स्टार्टअप शुरू करना साहस का काम है। लेकिन बिना रिस्क के कोई बड़ा मुकाम हासिल नहीं होता।
समस्या को पहचानना और समाधान देना: पुनीतने भारत की शिक्षा प्रणाली की एक बड़ी समस्या को समझा – और उस पर काम किया।
मूल्य आधारित मॉडल: Masai School का फोकस पैसे से ज़्यादा छात्रों की सफलता पर है, जो इसे बाकी संस्थानों से अलग बनाता है।
लीडरशिप और दृष्टिकोण: एक लीडर वही होता है जो दूसरों को ऊपर उठाने का रास्ता दिखा सके – और पुनीत ने यही किया।
निष्कर्ष
पुनीत धीमान की कहानी (Puneet Dhiman Success Story) उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को लेकर संकोच में रहते हैं। उन्होंने हमें दिखाया कि अगर आपके पास जुनून, हिम्मत और एक सशक्त विज़न है, तो आप दुनिया में कोई भी बदलाव ला सकते हैं।
Masai School सिर्फ एक कंपनी नहीं, एक मिशन है – हर उस छात्र के लिए जो सिर्फ एक मौका चाहता है खुद को साबित करने का। और इस मिशन की शुरुआत हुई एक ऐसे शख्स (Puneet Dhiman Success Story) ने की, जिसने अपनी आरामदायक नौकरी छोड़कर दूसरों के लिए रास्ता बनाया।

Santosh Maurya एक अनुभवी कंटेंट राइटर और kuchbhiseekhe.com के संस्थापक हैं। उन्हें लेखन में 5 वर्षों का अनुभव है और वे इस ब्लॉग पर ट्रेंडिंग न्यूज़, लर्निंग आर्टिकल्स और मोटिवेशनल कंटेंट शेयर करते हैं। इनका लक्ष्य है हर पाठक को कुछ नया सिखाना और प्रेरित करना।



